hindi kahaniya - An Overview
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हिंदी कहानियां प्रेरणादायक
दोनों मित्र में विनोदपूर्ण कहा सुनी हुई. आश्रम में आकर श्रीकृष्ण ने गुरुमाता से इसकी शिकायत भी की.
इसका अर्थ यही हुआ न कि चोरी करना व्यर्थ है”
तब गडरिये ने कहा – मै बहुत मामूली नौकर हु, इससे अधिक देना मेरे बस की बात नही हैं, लेना हो तो एक बढ़िया ऊंट ले लो.
कहानी वो विधा हैं, जो कई बार ऐसा ज्ञान भेट कर जाती हैं. जो लोगों को सालों के अनुभव के बाद भी प्राप्त नही होता हैं.
जब वह चिड़िया एक तिनका लेकर पेड़ की तरफ उड़ी तो उसने देखा कि उसका घौसला बिसरा पड़ा है सारे तिनके बिखर गये हैं.
एक लोमड़ी बहुत भूखी थी वह भोजन की खोज में इधर -उधर भटकने लगी वह एक बागमें जा पहुची.
कुरज खेत में चुग्गा चुगने उतरी तो छिपक गईं. कुरज उड़ने के लिए छटपटाने लगी तो किसान ने उसे पकड़ लिया.
सफ़र....एक अनकहें इश्क़ का एहसास !! सुहाना सफर और यें मौसम हंसी ... हमें डर हैं हम खों ना जाए कहीं .
इसने मेरे खेत में कितना बिगाड़ किया हैं, तुम अंदाजा लगा सकते हो.
तभी एक बुड्ढा वहा आया और बोला – क्या बात हैं, क्यों झगड़ रहे हो.
महात्मा जी ने उत्तर दिया, हाँ वह अवश्य बोलती हैं, परन्तु उसकी आवाज तुम लोग नही सुन सकते हो, हम सुन सकते हैं, किन्तु यह बताओं कि भूमि जो निर्णय देगी, क्या तुम दोनों को वह मान्य होगा?
बहुत निहोरे किये तब भी वह न माना. कुछ देर बाद सामने के एक बिल से उन्दरा निकला. कुरज ने अपनी विवशता के मारे छटपटाते हुए, करुण स्वर में विनती की.
प्रजापति की बात सुनकर दोनों परेशान हुए, एक दूसरे का मुह ताकने लगे. समस्या यह थी कि खाएं तो कैसे खाएं?